मध्य प्रदेश के इंदौर के बिचौली मर्दाना में बंदूक के पुर्जे खोजने के लिए एक तालाब का आधा पानी निकाल दिया गया। पुलिस ने इसका कारण यह बताया कि पानी गंदा था। हालांकि, पुलिस ने इस झील से पानी निकालने की अनुमति नहीं ली और न ही यह पुलिस के किसी काम का है। इस झील से पानी निकालने के लिए बीच में बनी सड़क को भी बंद कर दिया गया।
पुलिस ने सात दिनों तक पानी निकालने के लिए एक बड़ी मोटर का इस्तेमाल किया। इस तरह पुलिस ने झील से करीब 18 फीट पानी निकाला। दरअसल दो गार्डों के बीच लड़ाई हुई थी। इस लड़ाई के दौरान दो गार्डों में से एक ने बंदूक का एक हिस्सा झील में फेंक दिया। इस बंदूक वाले हिस्से को खोजने के लिए पुलिस ने आधी झील खाली कर दी। पुलिस ने झील में करीब 35 फीट पानी से 17-18 फीट पानी निकाला।
मोटर को झील में डालो और छोड़ दो।
बिचौली क्षेत्र निवासी राजू सिंह ने बताया कि पुलिस बंदूक का आधा हिस्सा तलाश रही थी। इसीलिए वह तालाब से पानी खींच रहा था। राजू सिंह के अलावा फल व्यापारी रघुवीर शर्मा ने बताया कि कंधइया थाने की पुलिस प्रतिदिन तालाब में मोटरसाइकिल खड़ी कर उसे वहीं छोड़ देती है। उन्होंने यह काम 7 दिनों तक किया और फिर पूरे दिन तालाब से पानी बहता रहा। तभी बंदूक का हिस्सा मिला।
इस मामले की घोषणा जल्द ही की जाएगी।
जब इस तरह से 7 दिनों तक प्रतिदिन तालाब से पानी निकाला गया तो एक दिन तालाब में बंदूक का एक हिस्सा मिला। इसके बाद बड़ी मोटर से पानी निकासी बंद कर दी गई और परिचालन बंद कर दिया गया। कांडा टीआई सहर्ष यादव ने बताया कि गार्ड की बंदूक का हिस्सा झील में फेंकने के मामले की जांच की जा रही है। बिचौली मर्दाना में गंदे तालाब में बंदूक फेंके जाने की सूचना मिली थी। इसलिए झील का कुछ पानी बाहर निकाल दिया गया। पूरा मामला जल्द ही सामने आ जाएगा।