भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) देश की सबसे टॉप सेवाओं में से एक मानी जाती है. हर साल लाखों युवा UPSC परीक्षा पास करके IAS बनने का सपना देखते हैं. एक बार जब कोई उम्मीदवार IAS अधिकारी बन जाता है, तो उसके सामने एक सुनियोजि प्रमोशन की प्रक्रिया होती है. इन प्रमोशनों के जरिए वह एक बड़े पद जैसे कि प्रमुख सचिव (Principal Secretary) तक पहुंचता है. लेकिन सवाल यह है कि एक IAS अधिकारी को प्रमुख सचिव बनने में कितने साल लगते हैं? जब वह इस पद तक पहुंचता है, तो उसकी सैलरी में कितनी बढ़ोतरी होती है? आइए जानते हैं....
कब बनते हैं प्रमुख सचिव?
IAS अधिकारी को प्रमोशन एक तय समय के बाद मिलता है, जो उसके प्रदर्शन, सेवाकाल और सरकार की मंजूरी पर निर्भर करता है. आमतौर पर एक अधिकारी को प्रमुख सचिव बनने में 30 से 33 साल का सेवाकाल लगता है. यानी अगर कोई अधिकारी 25 साल की उम्र में IAS बनता है, तो वह करीब 55-58 साल की उम्र में प्रमुख सचिव के पद तक पहुंचता है. यह पद राज्य सरकार में सबसे ऊंचे पदों में से एक होता है और इसमें अधिकारी मुख्यमंत्री या मंत्रिपरिषद को सलाह देने का काम करता है.
प्रमुख सचिव का पद Level 17 में आता है, जो केंद्र सरकार द्वारा तय वेतनमानों में सबसे ऊंचे स्तर पर है. इस पद पर तैनात IAS अधिकारियों को 2,25,000 प्रतिमाह सैलरी मिलती है. इसके अलावा उन्हें कई भत्ते और सुविधाएं जैसे सरकारी आवास, स्टाफ, वाहन, मेडिकल और ट्रैवल भत्ता भी मिलता है.
प्रारंभिक सैलरी से कितना फर्क आता है?
जब एक IAS अधिकारी अपनी सेवा की शुरुआत करता है, तो उसे लगभग 56,100 (Level 10) से सैलरी मिलनी शुरू होती है. यानी करियर के शुरुआत और प्रमुख सचिव बनने तक उसकी सैलरी में लगभग चार गुना तक का इजाफा हो जाता है.