आज के दौर में हार्ट अटैक सिर्फ बुजुर्गों की बीमारी नहीं रह गई है। युवा और स्वस्थ दिखने वाले लोग भी अचानक हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं, और इसकी एक बड़ी वजह है – हमारी लाइफस्टाइल और बर्ताव में बढ़ती चिड़चिड़ाहट और गुस्सा।
क्या आप जानते हैं कि गुस्सा सिर्फ मानसिक तनाव नहीं बढ़ाता, बल्कि दिल पर भी सीधा हमला करता है? डॉक्टर्स और रिसर्च बताती हैं कि जो लोग जल्दी गुस्से में आ जाते हैं या बहुत चिड़चिड़े रहते हैं, उन्हें हार्ट अटैक का खतरा कई गुना ज्यादा होता है।
🔥 गुस्सा और हार्ट अटैक का कनेक्शन
जब आप गुस्से में होते हैं, तो शरीर में स्ट्रेस हार्मोन (कोर्टिसोल और एड्रेनालिन) का स्तर बढ़ जाता है। ये हार्मोन:
ब्लड प्रेशर को अचानक बढ़ा देते हैं
दिल की धड़कन तेज या अनियमित कर देते हैं
खून को गाढ़ा कर देते हैं जिससे ब्लॉकेज बनने लगती है
ब्लड वेसल्स (धमनियां) सिकुड़ जाती हैं, जिससे दिल को ऑक्सीजन कम मिलती है
डॉक्टर्स के अनुसार, गुस्से के 2 घंटे के अंदर हार्ट अटैक का रिस्क 5 गुना तक बढ़ जाता है।
🧠 एक्सपर्ट की राय
❤️ कैसे गुस्सा बढ़ाता है हार्ट अटैक का खतरा?
ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ना – गुस्से में बीपी तेजी से बढ़ता है, जिससे दिल पर दबाव पड़ता है
धमनियों में जमा फैट फट जाना (Plaque rupture) – जिससे खून में थक्का बन जाता है और नस ब्लॉक हो सकती है
अनियमित धड़कन (Arrhythmia) – दिल की गति असामान्य हो जाती है और यह हार्ट फेलियर का कारण बन सकती है
📚 क्या कहती है रिसर्च?
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की रिपोर्ट भी इस बात की पुष्टि करती है कि गुस्सा और दिल की बीमारियों के बीच गहरा वैज्ञानिक संबंध है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि जैसे बौद्ध धर्म में क्रोध को ‘मन का जहर’ कहा गया है, वैसे ही यह शरीर में नकारात्मक प्रभाव पैदा करता है।
🧘♂️ गुस्से पर काबू पाने के आसान तरीके
हर दिन 10 मिनट मेडिटेशन करें
गहरी सांसें लें और खुद को शांत करें
योग और नियमित एक्सरसाइज को अपनाएं
दिल के मरीज तनाव और गुस्से से बचें
साल में एक बार हेल्थ चेकअप जरूर कराएं
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