मौसमी बदलावों को लेकर इस साल का माहौल पिछले कई सालों से अलग रहा है। मई के अधिकांश दिनों में बारिश हुई, लेकिन इस साल मानसून के जल्दी आने के प्रबल आसार हैं। ऐसे में जून के दूसरे सप्ताह तक होने वाली प्री-मानसून बारिश भी मई के आखिरी सप्ताह यानी अगले तीन-चार दिनों में शुरू होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने गर्मी के बीच तय समय से पहले केरल में मानसून के प्रवेश की संभावना जताई है। ऐसे में राजस्थान में भी तय समय से पहले मानसून आने का दावा किया जा रहा है। अगर तय समय से पहले मानसून प्रवेश करता है तो जुलाई में पूरे प्रदेश में मानसून सक्रिय होने की उम्मीद है। इससे ठीक पहले अरब सागर में बने अवदाब के असर से प्री-मानसून बारिश भी जल्द शुरू होने के आसार हैं। विभाग ने इस बार प्रदेश में मानसून के आगमन और बरसात के मौसम में सामान्य से 108 फीसदी अधिक बारिश होने का अनुमान जताया है। पिछले सालों में प्री-मानसून बारिश जून, मई के आखिर में शुरू होती थी और अब इस साल मई के आखिरी दिनों से पहले प्री-मानसून बारिश शुरू होने की संभावना है।
विषय विशेषज्ञ
पिछले कई दिनों से गोवा, कर्नाटक, महाराष्ट्र तट के पास अरब सागर में गहरा अवदाब बना हुआ है, जिसके कारण पिछले तीन दिनों से कोंकण तट के पास के इलाकों में भारी बारिश हो रही है। मेवाड़ में अभी हो रही छिटपुट बारिश भी प्री-मानसून बारिश ही है। अरब सागर में पिछले कई दिनों से बन रहा दबाव का क्षेत्र यदि तीव्र होकर उत्तर और उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ता है तो भारतीय मानसून, जिसे निर्धारित तिथि से पहले आना था, अब 2 से 5 जून के बीच केरल तट पर पहुंचने की संभावना है।