राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने कहा…
राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी का कहना है कि उत्तरी ओडिशा में स्थित सारी बड़ी नदियों का जलस्तर काफी घटता हुआ नजर आ रहा है, पर बहुत से गांव ऐसे हैं जो अभी भी इस बाढ़ का शिकार बनें हुए हैं। इसी के चलते प्रशासन द्वारा बालासोर, मयूरभंज और जाजपुर जिलों में राहत और बचाव काम तेजी से चलाया जा रहा है।
इन जिलों में लोग प्रभावित…
सूत्रों की मानें तो, बालासोर जिलें में ज्यादा बारिश होने की वजह से इसके साथ ही झारखंड से पानी छोड़े जाने के कारण सुवर्णरेखा नदी में बाढ़ आई है। जिसकी वजह से भोगराई, बलियापाल, जलेश्वर और बस्ता ब्लॉकों के लोगों पर इसका असर पड़ा है। बताते चलें कि, तीन नदियों- सुवर्णरेखा, बुधबलंग और जलाका का जलस्तर बढ़ने से बालासोर के बहुत से गांवों में बाढ़ आ गई है।
स्थानीय लोग गंभीर रूप से प्रभावित…
मयूरभंज जिले में सुवर्णरेखा और बुधबलंग नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण स्थानीय लोग गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं। इसी तरह, जाजपुर जिले के कुछ क्षेत्रों में बैतरणी नदी का पानी भर जाने से स्थिति बिगड़ गई है। जल संसाधन विभाग के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि सुवर्णरेखा और जलाका नदियों का जलस्तर धीरे-धीरे घट रहा है, फिर भी राजघाट और मथानी क्षेत्रों में यह अब भी खतरे के निशान के आसपास बना हुआ है।
2,916 लोगों को किया गया सुरक्षित…
आपको बता दें कि, बालासोर के कलेक्टर ने बस्ता, जलेश्वर, बलियापाल के साथ ही भोगराई ब्लॉकों का भी दौरा किया और बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। सूत्रों की मानें तो अब तक सात ब्लॉकों में 46 पंचायतो पर असर पड़ा है, साथ ही 2,916 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम भी करती है। बता दें कि, अब तक लोगो के लिए 17 राहत शिविरों की व्यवस्था की गई है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, जाजपुर जिले में बैतरणी नदी का जलस्तर खतरे के स्तर को पार कर गया है। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण लगातार भारी वर्षा हो रही है, जिससे नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। इसके चलते जिले के दशरथपुर, कोरेई, बिंझारपुर और जाजपुर ब्लॉकों की कई पंचायतों में बाढ़ का गंभीर प्रभाव पड़ने की आशंका है। जाजपुर की जिलाधिकारी पी. अन्वेषा रेड्डी ने बताया कि सभी संबंधित अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है और वे स्थिति पर लगातार निगरानी बनाए हुए हैं।