अकेलापन या अकेले रहना दोनों ही मेंटल हेल्थ को बुरी तरह प्रभावित करता है. कहते हैं न किसी भी चीज का अच्छा और बुरा दोनों तरह का असर होता है.  एक तरफ कुछ रिसर्चर कहते हैं कि अकेला रहना एक व्यक्ति के मेंटल हेल्थ के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है. क्योंकि उस दौरान वह क्वालिटी और प्रोडक्टिव काम कर सकता है.

वहीं कुछ ऐसे भी हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि अकेले रहने से दिमाग पर बुरा असर पड़ता है. और इसके कई साइड इफेक्ट्स आपके शरीर पर दिखाई दे सकते हैं. अकेलापन दूसरे व्यक्ति से अलगाव की भावना को बढ़ाता है. सिर्फ इतना ही नहीं ज्यादा अकेले रहने वाले व्यक्ति के मेंटल और फिजकल दोनों तरह के हेल्थ पर काफी ज्यादा बुरा असर होता है. साइकोलॉजिस्ट आशा किरण सेल्फ बताती हैं कि जबकि कई बार ऐसा देखा गया है कि जो व्यक्ति काफी ज्यादा एकांत या अकेले रहना पसंद करते हैं वह डिप्रेशन का शिकार का शिकार हो जाते हैं. वहीं कुछ लोग अकेले रहने को सेल्फ ग्रोथ के तौर पर देखते हैं. 

अकेले रहने के फायदे:

आत्म-चिंतन और माइंडफुलनेस: अकेले अगर खुद के साथ ज्यादा वक्त बिताते हैं तो एक व्यक्ति अपने सेल्फ ग्रोथ पर ज्यादा फोकस कर पाता है. अपने विचारों और भावनाओं का पता लगाने और माइंडफुलनेस के प्रैक्टिस करने का एक सबसे बेहतरीन तरीका है अकेला रहना. 

 तनाव और चिंता में कमी: अकेले समय बिताने से सामाजिक दबाव कम करने और निरंतर उत्तेजना से ब्रेक लेने में मदद मिल सकती है. जिससे तनाव का लेवल कम हो सकता है.

 क्रिएटिविटी और प्रोडक्टिव कामों में बढ़ोतरी: आप अकेले या एकांत रहते हैं तो आपकी प्रोडक्टिवी में बढ़ोतरी होकी है. सिर्फ इतना ही नहीं बिना किसी तरह के फोकस गवाएं आप फोकस के साथ किसी काम को बड़े मन से करते हैं. तो वो काम पहले से भी ज्यादा अच्छे तरीके से करते हैं. 
 
सेल्फ कॉन्फिडेंस और रिचार्ज: अकेले समय आपकी मानसिक और भावनात्मक बैटरी को रिचार्ज करने के लिए जरूरी होता है. जिससे आप तरोताजा महसूस करते हुए सामाजिक बातचीत में वापस आ सकते हैं. 

लाइफ में बैलेंस बनाए रखना बेहद जरूरी है: अकेले रहना फायदेमंद हो सकता है. लेकिन एकदम से अलगाव इंसान के लिए सही नहीं है. इससे बचने के लिए एकांत और सामाजिक संपर्क के बीच संतुलन बनाए रखना महत्वपूर्ण है.

जानबूझकर एकांत: सुनिश्चित करें कि आप जानबूझकर अकेले समय बिता रहे हैं और आप ऐसी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल हो रहे हैं जो आपकी भलाई को बढ़ावा देती हैं.

कई बार अकेलेपन दूसरी कई सारी बीमारी का कारण बन सकते हैं?

मेंटल हेल्थ से जुड़ी परेशानी का जोखिम बढ़ाता है:

अकेलेपन से अवसाद, चिंता और दूसरी तरह की मानसिक तनाव और समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है. 

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शारीरिक स्वास्थ्य समस्याएं:

अकेलापन शारीरिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डालता है. जिसके कारण दिल से जुड़ी बीमारी, कमजोर इम्युनिटी और दूसरी तरह की स्वास्थ्य समस्याओं जैसी परेशानियों का जोखिम बढ़ता है.  

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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